सबरीमाला मंदिर के द्वार आज एक बार फिर खुलने जा रहे हैं। महिलाओं का प्रवेश अबतक सबरीमाला स्थित अयप्पा मंदिर में वर्जित था। सुप्रीम कोर्ट ने मंदिर में 10-50 वर्ष की आयु की महिलाओं के प्रवेश को सही ठहराते हुए फैसला सुनाया है। लेकिन इसके बावजूद श्रद्धालु इस आयु वर्ग की महिलाओं को प्रवेश करने नहीं दे रहे हैं। केरल में इस मुद्दे पर को लेकर काफी विरोध भी हो रहा है। प्रदेश सरकार ने साफ कर दिया है कि वह कोर्ट के आदेश का पालन करेगी। इस मुद्दे से जुड़ी लाइव अपडेट के लिए हमारे साथ जुड़े रहें...
कोच्चि एयरपोर्ट पर फंसी तृप्ति, प्रदर्शनकारियों ने ट्रैक्सी ड्राइवरों को धमकाया
तृप्ति देसाई ने बताया कि वे तड़के साढ़े चार बजे कोच्चि एयरपोर्ट पर पहुंच गए थे। तब से ही प्रदर्शनकारी एयरपोर्ट के बाहर मौजूद हैं। हमने 2-3 बार टैक्सी बुक करने की कोशिश की, लेकिन प्रदर्शनकारी ड्राइवरों को धमका रहे हैं। ड्राइवरों को धमकी दी जा रही है कि अगर हमें लेकर गए, तो उनकी ट्रैक्सी तोड़ दी जाएगी। पुलिस का कहना है कि अभी हम बाहर नहीं जा सकते हैं।
तृप्ति देसाई ने बताया कि वे तड़के साढ़े चार बजे कोच्चि एयरपोर्ट पर पहुंच गए थे। तब से ही प्रदर्शनकारी एयरपोर्ट के बाहर मौजूद हैं। हमने 2-3 बार टैक्सी बुक करने की कोशिश की, लेकिन प्रदर्शनकारी ड्राइवरों को धमका रहे हैं। ड्राइवरों को धमकी दी जा रही है कि अगर हमें लेकर गए, तो उनकी ट्रैक्सी तोड़ दी जाएगी। पुलिस का कहना है कि अभी हम बाहर नहीं जा सकते हैं।
क्या डर रहे प्रदर्शनकारी...!
तृप्ति देसाई ने बताया कि पुलिस ने उन्हें एयरपोर्ट के अन्य द्वार से बाहर निकालने की कोशिश की, लेकिन वहां भी प्रदर्शनकारी पहुंच गए। क्या इसका यह मतलब है, प्रदर्शनकारियों को इस बात का डर सता रह है कि अगर हम निल्क्कल पहुंच गए, तो सबरीमाला मंदिर भी पहुंच जाएंगे? या फिर वे हमें डराने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं और मंदिर में दर्शन किए बिना वापस नहीं जाएंगे।
तृप्ति देसाई ने बताया कि पुलिस ने उन्हें एयरपोर्ट के अन्य द्वार से बाहर निकालने की कोशिश की, लेकिन वहां भी प्रदर्शनकारी पहुंच गए। क्या इसका यह मतलब है, प्रदर्शनकारियों को इस बात का डर सता रह है कि अगर हम निल्क्कल पहुंच गए, तो सबरीमाला मंदिर भी पहुंच जाएंगे? या फिर वे हमें डराने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं और मंदिर में दर्शन किए बिना वापस नहीं जाएंगे।
तृप्ति ने एयरपोर्ट परिसर में किया नाश्ता
सबरीमाला स्थित अयप्पा मंदिर में दर्शन के लिए केरल पहुंचीं भूमाता ब्रिगेड की तृप्ति देसाई का विरोध शुरू हो गया है। उन्हें कोच्चि एयरपोर्ट से बाहर नहीं निकलने दिया जा रहा है। ऐसे में एयरपोर्ट परिसर में ही उन्होंने नाश्ता किया। वह कल अयप्पा मंदिर में जाने वाली हैं।
विरोध शुरू, लगाई गई धारा 144
सबरीमाला स्थित अयप्प मंदिर के कपाट आज खुलने जा रहे हैं। मंदिर में सभी आयु वर्ग की महिलाओं के प्रवेश का विरोध कर रहे संगठनों को रोकने के लिए प्रशासन ने सन्निधनम, पंबा और निलक्कल में धारा 144 लगा दी है।
एयरपोर्ट से बाहर नहीं जा पाएंगी तृप्ति
वहीं, भाजपा नेता एमएन गोपी ने तृप्ति देसाई को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि वे तृप्ति को किसी भी सरकारी गाड़ी या पुलिस की गाड़ी की मदद से एयरपोर्ट से बाहर नहीं निकलने देंगे। न ही एयरपोर्ट से टैक्सी उन्हें लेकर मंदिर तक जाएगी। अगर वे जाना चाहती हैं तो अपनी निजी गाड़ी का इस्तेमाल करें। उन्हें पूरे रास्ते में विरोध प्रदर्शन का सामना करना पड़ेगा।
हम पर हमला हो सकता है- तृप्ति
सबरीमाला मंदिर में जाने से रोके जाने पर तृप्ति देसाई ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि प्रदर्शनकारियों को हिंसा नहीं करनी चाहिए। जब एक बार हम वहां (मंदिर) पहुंच जाएंगे तो देखेंगे कि सरकार हमें कितनी सुरक्षा उपलब्ध कराती है। अगर सरकार हमें सुरक्षा नहीं देती तो भी वहां जाएंगे, हालांकि मुझ पर हमला हो सकता है।
बैठक में नहीं बनी बात
सबरीमाला मंदिर में सभी आयु वर्ग की महिलाओं के प्रवेश को लेकर चल रहे विवाद को खत्म करने और तीर्थयात्रा पर चर्चा के लिए गुरुवार को मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने सभी दलों के साथ बैठक की, लेकिन इससे बात नहीं बनी।
सबरीमाला मंदिर में सभी आयु वर्ग की महिलाओं के प्रवेश को लेकर चल रहे विवाद को खत्म करने और तीर्थयात्रा पर चर्चा के लिए गुरुवार को मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने सभी दलों के साथ बैठक की, लेकिन इससे बात नहीं बनी।
आज से हो रही दो महीने के पर्व की शुरुआत
सुप्रीम कोर्ट ने सभी आयु वर्ग की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश करने देने के अपने आदेश पर रोक लगाने की याचिका को खारिज कर दिया था। सबरीमाला में दो महीने का पर्व 16 नवंबर से शुरू हो रहा है। इस दौरान इस मुद्दे पर विरोध तेज होने की आशंका है।
सुप्रीम कोर्ट ने सभी आयु वर्ग की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश करने देने के अपने आदेश पर रोक लगाने की याचिका को खारिज कर दिया था। सबरीमाला में दो महीने का पर्व 16 नवंबर से शुरू हो रहा है। इस दौरान इस मुद्दे पर विरोध तेज होने की आशंका है।
किले में बदला मंदिर
केरल सरकार की ओर से मंदिर को पूरी तरह किले में बदल दिया गया है। राज्य की लगभग आधी पुलिस (करीब 21 हजार पुलिसकर्मी) सुरक्षा व्यवस्था में तैनात हो गए हैं। दो महीने के बीच चार चरणों में इनकी तैनाती होगी।
तृप्ति देसाई केरल पहुंची
भूमाता ब्रिगेड की तृप्ति देसाई सबरीमाला मंदिर में प्रवेश करने के लिए सुबह ही केरल पहुंच चुकी हैं। हालांकि फिलहाल वो एयरपोर्ट में ही हैं। जैसे ही तृप्ति के बारे में जानकारी मिली तो उन्हें रोकने के लिए श्रद्धालु सुबह से एयरपोर्ट के बाहर इकट्ठा होना शुरू हो गए। पुलिस ने एहतियात के तौर पर देसाई को अभी एयरपोर्ट में रोका हुआ है। इससे पहले देसाई ने केरल सरकार को पत्र लिखकर मंदिर में प्रवेश करने के लिए सुरक्षा की मांग की थी, हालांकि तृप्ति का कहना है कि उनके पत्र पर सरकार ने कोई जवाब नहीं दिया।वह 17 नवंबर को मंदिर में जाने की कोशिश करने वाली हैं।
भूमाता ब्रिगेड की तृप्ति देसाई सबरीमाला मंदिर में प्रवेश करने के लिए सुबह ही केरल पहुंच चुकी हैं। हालांकि फिलहाल वो एयरपोर्ट में ही हैं। जैसे ही तृप्ति के बारे में जानकारी मिली तो उन्हें रोकने के लिए श्रद्धालु सुबह से एयरपोर्ट के बाहर इकट्ठा होना शुरू हो गए। पुलिस ने एहतियात के तौर पर देसाई को अभी एयरपोर्ट में रोका हुआ है। इससे पहले देसाई ने केरल सरकार को पत्र लिखकर मंदिर में प्रवेश करने के लिए सुरक्षा की मांग की थी, हालांकि तृप्ति का कहना है कि उनके पत्र पर सरकार ने कोई जवाब नहीं दिया।वह 17 नवंबर को मंदिर में जाने की कोशिश करने वाली हैं।