नई दिल्ली। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) इक्विटी आधारित स्कीमों या एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) में निवेश की सीमा बढ़ाने पर विचार कर रहा है। मंगलवार को होने वाली ट्रस्टी बोर्ड की बैठक में इस पर फैसला हो सकता है। स्टॉक मार्केट में निवेश से ज्यादा रिटर्न पाने के लिए ईपीएफओ इस पर विचार कर रहा है।
ईपीएफओ ने अगस्त, 2015 में ईटीएफ में निवेश की शुरुआत की थी। उस समय यह सीमा पांच फीसद तय की गई थी। 2016-17 में इसे बढ़ाकर 10 फीसद और 2017-18 में 15 फीसद कर दिया गया।
बैठक में ईपीएफओ अपने पांच फंड मैनेजरों को कोष प्रबंधन के लिए छह महीने का अतिरिक्त समय देने पर भी फैसला कर सकता है। इसके फंड मैनेजरों में एसबीआइ, आइसीआइसीआइ सिक्योरिटीज प्राइमरी डीलरशिप, रिलायंस कैपिटल, एचएसबीसी एमएमसी और यूटीआइ एएमसी शामिल हैं।
इन फंड मैनेजर को पहली अप्रैल, 2015 को नियुक्त किया गया था। अभी उन्हें 30 जून तक का विस्तार दिया गया है। अब इन्हें 31 दिसंबर, 2018 तक या नए फंड मैनेजरों की नियुक्ति तक समय देने पर विचार हो रहा है।
पेंशनभोगियों को मिलने वाली मासिक पेंशन को दोगुना करते हुए 2,000 करने के प्रस्ताव पर अधिकारी ने बताया कि बैठक के एजेंडे में यह नहीं है। हालांकि बैठक में किसी भी विषय पर चर्चा संभव है।