नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यानी 24 जून, रविवार को रेडियो पर 'मन की बात' कार्यक्रम के 45वीं एपिसोड के जरिये देश को संबोधित किया। पीएम मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत बेंगलुरु में भारत और अफगानिस्तान के बीच हुए ऐतिहासिक क्रिकेट मैच से की।
पीएम मोदी ने जीएसटी की पहली सालगिरह आने से पहले इसकी सफलता का क्रेडिट राज्यों को दिया। उन्होंने कहा कि 'वन नेशन वन टैक्स' देश के लोगों का सपना था, जो अब हकीकत में बदल चुका है। पीएम ने कहा कि जीएसटी की सफलता के लिए राज्यों ने मिलकर काम किया और इसे सफल बनाया। उन्होंने जीएसटी ईमानदारी की जीत करार दिया।
पीएम मोदी ने जीएसटी की पहली सालगिरह आने से पहले इसकी सफलता का क्रेडिट राज्यों को दिया। उन्होंने कहा कि 'वन नेशन वन टैक्स' देश के लोगों का सपना था, जो अब हकीकत में बदल चुका है। पीएम ने कहा कि जीएसटी की सफलता के लिए राज्यों ने मिलकर काम किया और इसे सफल बनाया। उन्होंने जीएसटी ईमानदारी की जीत करार दिया।
PM के संबोधन की मुख्य बातें -
- पीएम ने कहा, 'खेल समाज को एकजुट करने और हमारे युवाओं का जो कौशल है, उनमें जो प्रतिभा है, उसे खोज निकालने का एक बेहतरीन तरीका है।
- अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा, 'चौथे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का एक अलग ही नजारा देखने को मिला। पूरी दुनिया एकजुट नजर आई। विश्वभर में लोगों ने पूरे उत्साह के साथ योगाभ्यास किया। ब्रसेल्स में यूरोपियन संसद हो, न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र का मुख्यालय हो, जापानी नौसेना के लड़ाकू जहाज हों, सभी जगह लोग योग करते नजर आए। सऊदी अरब में पहली बार योग का ऐतिहासिक कार्यक्रम हुआ। वहीं, लद्दाख की ऊंची बर्फीली चोटियों पर भारत और चीन के सैनिकों ने एक-साथ मिलकर के योगाभ्यास किया।
- PM मोदी ने संत कबीर का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने जात-पात का भेद मिटाया। उन्होंने कहा, 'संत कबीरदास जी ने अपनी साखियों और दोहों के माध्यम से सामाजिक समानता, शांति और भाईचारे पर बल दिया।
- वहीं, गुरुनानक देव जी का जिक्र करते हुए वे बोले, गुरु नानक देव ने समाज में जातिगत भेदभाव को खत्म करने और पूरे मानवजाति को एक मानते हुए उन्हें गले लगाने की शिक्षा दी। वे करते थे गरीबों और जरुरतमंदों की सेवा ही भगवान की सेवा है। उन्होंने ही लंगर व्यवस्था की शुरुआत की थी।
- जनसंघ संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी को याद करते हुए उन्होंने कहा, उन्होंने हमेशा भारत की अखंडता और एकता की बात की और इसी के लिए 52 साल की कम उम्र में ही उन्हें अपनी जान की गंवानी पड़ी।
बता दें कि ये मन की बात कार्यक्रम का 45वां संस्करण है। 'मन की बात' कार्यक्रम हर महीने के आखिरी रविवार को किया जाता है और इस कार्यक्रम के पीएम मोदी देश के विभिन्न मुद्दों पर अपनी राय जनता के सामने रखते हैं।