
मृतकों की संख्या और भी बढ़ सकती है। मृतकों में महिलाएं भी शामिल हैं। खबर लिखे जाने तक मृतकों की पहचान नहीं हो सकी है और मौके पर दमकल विभाग व पुलिस कर्मियों का राहत व बचाव कार्य जारी था।
आग कैसे लगी, फिलहाल इसके स्पष्ट कारणों का पता नहीं चल सका है। यह आशंका है कि फैक्ट्री के अंदर सिगरेट या बीड़ी पीने के कारण के कारण आग लगी है। पुलिस शॉर्ट सर्किट से भी आग लगने की आशंका से इन्कार नहीं कर रही है। पुलिस फैक्टरी मालिक के खिलाफ लापरवाही से मौत के आरोप में मामला दर्ज कर उसकी तलाश कर रही है।
शाहबाद डेरी थाना पुलिस मामला दर्ज कर जांच कर रही है। मरने वालों के शव पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिए गए हैं।
रोहिणी जिले के पुलिस उपायुक्त रजनीश गुप्ता के मुताबिक शाम 6.20 बजे सेक्टर पांच के प्लांट संख्या एफ-83 में चल रही फैक्ट्री में आग लगने की सूचना मिली। आग फैक्ट्री की पहली मंजिल पर लगी थी।
हादसे के समय दो मंजिला फैक्ट्री में 50 लोग अंदर फंसे हुए थे। शुरू में दमकल की 10 गाड़ियां पहुंचीं और आग पर काबू पाने का काम शुरू किया। राहत व बचाव कार्य के दौरान करीब 15 लोगों को बाहर निकाला गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक अंदर फंसे कई लोगों ने फैक्ट्री से कूद की जान बचाई। करीब ढाई घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।
इसके बाद दमकल कर्मी व पुलिसकर्मी अंदर पहुंचे तो एक के बाद एक 17 झुलसे हुए लोगों को बाहर निकाला और उन्हें महर्षि वाल्मीकि अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार इनमें ज्यादातर की मौत दम घुटने से हुई है। मृतकों की शिनाख्त के लिए फैक्ट्री में काम करने वाले सुरक्षित बचे मजदूरों से पूछताछ की जा रही है।